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व्यस्त जीवन कई स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का कारण है और मधुमेह उनमें से एक है। यह एक गैर-उपचारात्मक रोग है जो शरीर को प्रभावित करता है। हालांकि यह किसी विशेष उम्र तक सीमित नहीं है, बच्चे भी मधुमेह 1 या 2 से प्रभावित होते हैं। हाल ही में यह रोग बहुत तीव्रगति से बढ़ रहा है।
डायबिटिक रोगियों के लिए विशेषज्ञों द्वारा सटीक डाइट चार्ट
व्यस्त जीवन कई स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का कारण है और मधुमेह उनमें से एक है। यह एक गैर-उपचारात्मक रोग है जो शरीर को प्रभावित करता है। हालांकि यह किसी विशेष उम्र तक सीमित नहीं है, बच्चे भी मधुमेह 1 या 2 से प्रभावित होते हैं। हाल ही में यह रोग बहुत तीव्रगति से बढ़ रहा है। इसके कई कारण है जेसे गलत खान-पान, तैलीय भोजन, अधिक वजन और अनुवांशिक। अगर यह सही समय पर पता चल जाए तो इसको रोका जा सकता है। अपना खान-पान सही रख कर, रोज आना व्याम से। सभी डायबिटिक रोगियों की तरह गोलियाँ या इंसुलिन पर निर्भर रहना पड़ सकता है जो कि आपकी स्वास्थ्य के लिए बहुत ग़लत साबित होता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि रोज़ाना गोलियाँ या इंसुलिन आपको मानसिक तनाव भी दे सकती है।
शारीरिक श्रम का अभाव तथा खानपान में संतुलन से मधुमय तथा अन्य कई बीमारियों से आप छुटकारा पा सकते हैं। देखा गया है कि मधुमेह से प्रभावित लोगों का मूड अक्सर खराब रहता है और भविष्य के प्रभावों के बारे में ज्यादा चिंता होती है। मधुमेह के शारीरिक लक्षण चिंता, चिंता और व्याकुलता पैदा कर सकते हैं। अतः आप अपने या अपने प्रियजनों की उचित देखभाल के लिए विशेषज्ञ की सेवा प्राप्त कर सकते है। विशेषज्ञ की आहार सलाह, शारीरिक व्यायाम और दवा की सहायता के लिए घर पर ऐसी सेवा का लाभ उठाया जा सकता है। एसे में Old Age Care Centre in Kalyan आपकी मदद करेगा, आप उन्हें कॉल करें और उन्हें अपने प्रियजनों के लिए होम केयर सेवा प्रदान करने के लिए कह सकते हैं।
इसके अलावा हम आपके मधुमेह शरीर के लिए सही मात्रा में आहार लेने में आपकी मदद करेंगे। सबसे पहले, सही समय और सही भोजन का अत्यधिक महत्व है और इसे बरकरार रखना चाहिए। नीचे दिए गए कारक आपको अपना आहार निर्धारित करने में मदद करेंगे:
1. कम खाओ लेकिन बार-बार खाओ। अपने आहार में फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन शामिल करें।सुबह उठकर एक गिलास पानी में आधा चम्मच मेथी पाउडर डालकर पिएँ या फिर रात में जौ को रात में पानी में भिगाकर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर पियें।
2. कुछ समय बाद शुगर फ्री चाय और 2-3 शुगर फ्री आटा बिस्कुट ले सकते है। केवल चाय एक अच्छा विचार नहीं है। ऐसे में आपका पेट भी भरा रहेगा और आपको मिटे की कम लालसा होगी।
3. नाश्ते में एक कटोरी अंकुरित अनाज और बिना मलाई वाला दूध या एक से दो कटोरी दलिया और ब्राउन ब्रेड। बिना तेल वाले दो परांठे और एक कप दही, का सेवन करें।
4. दोपहर के भोजन से एक घंटे पहले एक फल का सेवन करे। दो रोटी, एक छोटी कटोरी चावल, एक कटोरी दाल, एक कटोरी सब्जी, एक दही तथा एक प्लेट सलाद खाएँ।
5. शाम के नाश्ते में बिना चीनी के ग्रीन टी और हल्के मीठे बिस्कुट या कोई बेक्ड स्नैक्स ले सकते है।
6. रात के भोजन में दो रोटी और एक कटोरी सब्जी खाएँ।
7. सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर पिएँ ।
डायबिटिज के रोगियों को उचित डाइट के साथ-साथ अपनी दिनचर्या में सुधार लाना चाहिये नित्य वायुसेवन (मार्निंग वाक), व्यायाम (वर्क आउट) भी करना चाहिये । डायबिटिज के लक्षण पाये जाने पर रोगियों चिंतित होने के बजाय अपने आहार-विहार एवं दिनचर्या पर ध्यान देना चाहिये। यदि वे खर्च कर सकते हैं या उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है, तो वह Old Age Care Centre in Kalyan की सेवा के लिए अपनी रुचि दिखा सकते हैं।